आपकी खबर, चंबा।
मेहनत मजदूरी कर एक परिवार ने अपने लिए आशियाना बनाया, ताकि आने वाली पीढी़ को मकान बनाने के लिए कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। 13 कमरों के इस मकान में पूरा परिवार खुशी खुशी रह रहा था कि अब ना जाने किसकी नजर इस परिवार को लग गई। भीषण अग्निकांड से 13 कमरे राख हो गए। देखते ही देखते पल भर में ही वर्षों की कमाई राख बन कर सामने आ गई।
मामला हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के होली पंचायत के झड़ौता गांव का है। यहां पर भीषण अग्निकांड से तीन मंजिला दो मकानों के 13 कमरे सामान सहित जलकर राख हो गए। आग लगने के समय घर का कोई भी सदस्य वहां नहीं था। प्रभावितों की पहचान बलविंद्र कुमार और विनोद कुमार के रूप में हुई है। दोनों सगे भाई बताए जा रहे हैं। गौरतलब है कि जनजातीय क्षेत्र होली के अधिकांश ग्रामीण सर्दियों में पड़ोसी जिला कांगड़ा की ओर कूच कर जाते हैं। उसके बाद गांवों में इक्का-दुक्का लोग ही रहते हैं। आग इतनी भयंकर थी कि देखते ही देखते साथ लगता दूसरा मकान भी आग की चपेट में आ गया। मकान से उठने वाले धुएं को देख कर ग्रामीण दौड़ कर मौके पर पहुंचे। साथ ही उन्होंने खड़ामुख स्थित अग्निशमन केंद्र में भी इसकी सूचना दी। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए थे।
कुछ समय बाद गांव में अग्निशमन विभाग की गाड़ी तो पहुंची, लेकिन आग बुझाने के लिए लाई गई पाइप छोटी पड़ने से घटनास्थल तक पानी नहीं पहुंच पाया। उसके बाद अग्निशमन विभाग के जवान भी ग्रामीणों के साथ मिल कर आग बुझाने के लिए लोगों के घरों से बाल्टियां और डिब्बों में पानी भर-भर कर आग पर उड़ेलते रहे। साथ ही ग्रामीणों ने मिट्टी और रेत डाल कर भी आग बुझाने के प्रयास किए। बावजूद इसके आग पर काबू ना पाया जा सका।
नायब तहसीलदार ने भीषण अग्निकांड से तीन मंजिला दो मकानों के 13 कमरे जल कर राख होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अग्निकांड से दोनों प्रभावितों को 15-15 लाख का नुकसान हुआ है।