सुक्खू सरकार स्कूली बच्चों की वर्दी का रंग बदलने की तैयारी में
आपकी ख़बर, शिमला।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की वर्दी अब चैकदार नहीं बल्कि दो रंगों वाली हो सकती है। जी हां, सुक्खू सरकार स्कूली बच्चों की वर्दी में बदलाव करने की तैयारी कर रही है। प्रदेश शिक्षा विभाग ने इसको लेकर रूपरेखा बनाना शुरू कर दी है। बताया कि रहा है कि इस वर्ष से सरकार 5.25 लाख विद्यार्थियों को कपड़े की जगह बैंक खाते में 600 रुपये देगी। पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को ही वर्दी खरीद के लिए पैसा दिया जाएगा। नवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को वर्दी खुद खरीदनी पड़ेगी। पूर्व सरकार ने प्रदेश में निजी स्कूलों की तर्ज पर विद्यार्थियों को स्मार्ट वर्दी देना शुरू किया था। प्रदेश सरकार ने अब वर्दी देने की जगह विद्यार्थियों की माता के बैंक खातों में 600 रुपये देकर वर्दी खुद खरीदने का एलान किया है। इस व्यवस्था के लागू होने पर प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में वर्दी की एकरूपता समाप्त हो सकती है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने एक या दो रंग की वर्दी ही सरकार स्कूलों में शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया है। ताकि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों को आसानी से एक रंग के कपड़े वर्दी के लिए मिल जाएं। उधर, नई व्यवस्था के तहत प्रदेश में निशुल्क वर्दी योजना का नाम भी बदला जा सकता है। प्रदेश के स्कूलों में अभी पहली से 12वीं कक्षा तक पढ़ने वाली छात्राओं के लिए लाल, काले और सफेद रंग की चैकदार वर्दी है। छठी से बारहवीं तक की छात्राओं को दुपट्टा भी अनिवार्य किया गया है। लड़कों की वर्दी हरे रंग की पेंट और हरे रंग की चैक कमीज है।