आपकी खबर, शिमला।
देश-दुनिया में कोविड-19 की स्थिति अभी सामान्य नहीं हुई है। हालांकि देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन के आंकड़ों को देखकर लोगों ने राहत की सांस ले ली थी, लेकिन कोविड-19 के ओमीक्रॉन वैरिएंट की जानकारी मिलने जनता में एक बार फिर से दहशत का माहौल बन चुका है। लोगों के जहन में इस वैरिएंट के प्रति कई सवाल हैं। आज हम उन्हीं सवालों के जवाब बताने का प्रयास कर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विश्व हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक यह नया वैरिएंट वायरस के व्यवहार को ही बदल देता है। इस वैरिएंट ने साउथ अफ्रीका के साथ भारतीय लोगों की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं।
विशेषज्ञ कहते हैं कि यह नया संस्करण डेल्टा वैरिएंट की तुलना में और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए यह बहुत घातक है। दुनियाभर के टक्रीकल एडवायजरी ग्रुप इस नए वैरिएंट पर लगातार नजर बनाए हुए हैं, ताकि संक्रमण की गंभीरता का पता लगाया जा सके। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका ने पिछले दो हफ्तों में नए मामलों में चार गुना वृद्धि दर्ज की है। जिन लोगों में ओमीक्रॉन के लक्षण दिख रहे हैं, उनमें से लगभग आधे रोगियों का टीकाकरण नहीं हुआ है। सबसे ज्यादा लोग एक से दो दिन तक गंभीर थकान की शिकायत कर रहे हैं। इसके साथ ही लोगों को सिरदर्द और शरीर में दर्द भी महसूस हो रहा है। ओमीक्रॉन वेरिएंट का डर दुनियाभर में फैल गया है। विशेषज्ञ टीकाकरण होने के बाद भी इसके लक्षणों को पहचानने और सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
यह हैं ओमीक्रॉन के लक्षण कैसे
• जरूरत से ज्यादा थकान
• मांसपेशियों में हल्का दर्द, गले में खराश और
• सूखी खांसी शामिल है।
• जबकि कुछ मामलो में ही हल्का तेज बुखार दिखाई दे सकता है।
ओमीक्रॉन से बचने के उपाय
• विशेषज्ञ अब भी कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि नए स्ट्रेन से बचने के लिए सावधानी अब भी जरूरी है।
• सामाजिक दूरी बनाए रखें।
• भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहने रहें।
• भीड़भाड़ वाली सामूहिक जगहों पर अच्छा वेंटिलेशन हो, इसका ध्यान रखें।
• इसके अलावा नियमित रूप से हाथों और सतहों को धोने की अब भी जरूरत है।